औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने मंगलवार को लोकसभा में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत रोजगार के संबंध में तारांकित प्रश्न संख्या-326 के माध्यम से ग्रामीण विकास मंत्रालय जानकारी मांगते हुए कहा कि मेरा प्रश्न ग्रामीण क्षेत्र में युवाओं को रोजगार स्वरोजगार से संबंधित है। मेरा संसदीय क्षेत्र बिहार के दो जिलों औरंगाबाद एवं गया जिले में है और दोनों ही जिले नक्सल प्रभावित एवं अत्यंत पिछड़े आकांक्षावान जिले की सूची में है।
प्रश्न का उद्देश्य यह है कि ग्रामीण युवाओं को रोजगार मिले, वह आत्मनिर्भर हो। वह बंदूक ना थामकर किसी न किसी रोजगार में लिप्त हो जाए और मैं मंत्री से यह जानना चाहूंगा कि दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित एवं निबंधित युवाओं के स्वरोजगार एवं सरकारी नौकरियों में जाने वाले युवाओं की प्रतिशतता का राज्यवार और खासकर मेरे संसदीय क्षेत्र के जो उग्रवाद प्रभावित इलाका औरंगाबाद एवं गया जिले का प्रतिशत क्या है। प्रश्न का जवाब देते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं सदस्य को बताना चाहूंगा कि दीन दयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना की जो कल्पना की गई है, वह ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को ही रोजगार देने का है और उस रोजगार के अंतर्गत पूरे देश में 1123783 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया और 713723लोगो को रोजगार दी गई रीता सिंह