रेलवे के नौकरी पर लालू दिए जनता को धोखा बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि पूरे देशभर में लालू परिवार भ्रष्टाचार और घोटालों के लिए जाना जाता है। लालू परिवार ने हमेशा सत्ता को अवैध धनोपार्जन का जरिया समझा और जब भी उन्हें मौका मिला तो गरीबों के खून-पसीने की कमाई को लूटने-खसोटने का काम किया। इनके सत्ता में आने का एकमात्र मकसद लूट मचाकर अपना खजाना भरना होता है उन्होंने कहा कि श्री तेजस्वी यादव आज पूरे प्रदेश में घुमकर श्री नीतीश कुमार के द्वारा किए गए कामों का झूठा श्रेय लेने की कोशिश कर रहें है मगर वें अपने माता-पिता के 15 सालों के शासनकाल की चर्चा नहीं करते हैं।
उन्हें इस बात की समझ नहीं है कि राज्य का मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद का अध्यक्ष होता है और सरकार कोई भी निर्णय मंत्रीपरिषद के सहमति से ही करती है इसलिए श्री तेजस्वी यादव जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश ना करें। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनके पिता जब बिहार के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने चारा घोटाले को अंजाम दिया और जब यूपीए की केंद्र सरकार में रेलमंत्री बने तो जमीन घोटाला और रेलवे होटल टेंडर घोटाला किया। गरीबों के नाम पर सत्ता हासिल कर उन्होंने सिर्फ अपनी गरीबी दूर की और अपने बेटे-बेटियों के लिए गैरकानूनी ढंग से अकूत संपत्ति बनाई।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि रोजगार के नाम पर राजद जनता को भरमा रही है। रेलवे में ग्रुप ‘‘डी’’ की नौकरी के बदले गरीबों का जमीन हथियाने वाले लोग कभी युवाओं के हिमायती नहीं हो सकते हैं। श्री तेजस्वी यादव यह बताएं कि उनके माता-पिता के शासनकाल में कितने युवाओं को रोजगार मिला था? प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजद के 15 सालों में हुए अनेकों घोटाले के कारण बिहार आर्थिक रूप से पिछड़ चुका था लेकिन आज वही बिहार देश में सबसे सबसे अधिक विकास दर से आगे बढ़ रहा है।
माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार भी केंद्र में रेलमंत्री और कृषि मंत्री थे और विगत 18 वर्षों से बतौर मुख्यमंत्री बिहार की सेवा कर रहे हैं, लेकिन उनके ऊपर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप विपक्ष ने नहीं लगाया। श्री नीतीश कुमार की बेदाग और ईमानदार छवि ही उनकी पहचान है।
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