बिहार की राजधानी पटना में कंकड़बाग स्थित मेदांता अस्पताल की मनमानी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। बताया जारहा है की अस्पताल प्रशासन वार्ड पार्षद मुन्ना राय के शव को पैसे की खातिर 4 दिनों से बंधक बनाकर रखा था। सूचना मिलने के बाद जाप सुप्रीमों पप्पू यादव वहां गए और फिर शव को छुड़ाने के लिए मेदांता अस्पताल के डॉo तेरहान समेत 100 लोगों से फोन करके बात भी किए।
अंत में डिप्टी सीएम और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव जी को पप्पू यादव जी को फोन करना पड़ा, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने शव को परिजनों को सौंपा। आलम यह था कि परिजनों की लाख मिन्नत आरज़ू के बाद भी शव को नहीं दे रहे थे। अस्पताल में इलाज क्या होता है भगवान जाने, लेकिन अस्पताल में बाउंसर के नाम पर गुंडा को जरूर पाला गया है, जो मरीज और उनके परिजनों को डराने - धमकाने का काम करते हैं। अस्पताल प्रशासन इलाज के नाम पर लूट मचाये हुए हैं।