आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में आर्थिक अपराध इकाई(इओयू) की टीम ने मंगलवार को पटना जिले के मोटर यान निरीक्षक(एमवीआई) रहे मृत्युंजय कुमार सिंह के औरंगाबाद जिले के गोह प्रखंड के गोलापर स्थित पैतृक आवास समेत बिहार-झारखंड के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इओयू की टीम ने मंगलवार को सुबह होते ही मृत्युंजय के औरंगाबाद जिले के गोह के गोला पर स्थित आलीशान पैतृक आवास् पर छापेमारी की।
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मृत्युंजय कुमार सिंह ने आय के ज्ञात स्रोतों से 531 प्रतिशत अधिक की संपत्ति बनाई है। छापेमारी में एमवीआई के पास आय के ज्ञात स्त्रोतो से अधिक सम्पत्ति के दस्तावेजी सबूत मिले हैं। गौरतलब है कि बालू माफियाओं से सांठगांठ कर अवैध कमाई स़े अकूत संपत्ति बनाने वाले लोक सेवकों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई लगातार कार्रवाई कर रही हैं।
इओयू पहले भी बालू माफिया से सांठगांठ में भोजपुर के एसपी रहे राकेश दुबे, औरंगाबाद के एसपी रहे सुधीर कुमार पोरिका, रोहतास के एसडीओ रहे सुनील कुमार सिंह, औरंगाबाद के जिला परिवहन पदाधिकारी रहे अनिल कुमार सिन्हा, औरंगाबाद के एसडीपीओ रहे अनूप कुमार पर भी गाज गिरा चुकी है।
आरोप है कि पटना के एमवीआई रहने के दौरान मृत्युंजय ने बालू माफियाओं से साठगांठ कर करोड़ो की अकूत संपति खड़ी की है। इसी आरोप में इओयू ने यह छापेमारी की। सूत्रों ने बताया कि आर्थक अपराध इकाई को पूर्व में की गई जांच में मृत्युंजय कुमार सिंह द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का पता चला। इसके बाद सोमवार को पटना के निगरानी थाना में मामला दर्ज किया गया। इसके बाद इओयू के पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में गठित कुल आठ विशेष टीम द्वारा मंगलवार को एसटीएफ एवं स्थानीय पुलिस के सहयोग से मृत्युंजय के औरंगाबाद के गोह के अलावा प्रदेश की राजधानी पटना के फार्मेंसी कॉलोनी गोला रोड स्थित आरके सदन अपार्टमेंट, मत्युंजय के साले विक्रांत कुमार के झारखंड के रांची में रातू रोड स्थित दो आवासीय परिसरों में एक साथ छापेमारी की गई।