स्कूल में सामूहिक दुष्कर्म के बाद आनन्या श्रीवास्तव की हुई हत्या : जीकेसी बिहार प्रदेश ने निकाला कैंडिल मार्च
जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 29 मई ::
फैजाबाद (अयोध्या) में सनबीम स्कूल की 10th की छात्रा आनन्या श्रीवास्तव की स्कूल में कुकर्म करने के बाद छत से नीचे फेक कर हत्या कर दी गई। इस हत्या के विरोध में सोमवार को जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कान्फ्रेंस) की बिहार प्रदेश ने कैंडिल मार्च निकाल कर पटना के कारगिल चौक पर प्रदर्शन किया। उक्त जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने दी।
उन्होंने कहा कि उक्त अवसर पर ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, प्रबंध न्यासी रागनी रंजन, बिहार प्रदेश अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) नंदा कुमारी ने कहा कि "बेटी पढ़ाओ -बेटी बचाओ" का नारा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की नगरी अयोध्या में उस वक्त तार-तार हो गया जब अयोध्या के ही प्रतिष्ठित स्कूल में उसी स्कूल की एक बच्ची के साथ निर्मम सामूहिक कुकृत्य जैसा पाप किया गया। दुखद बात है कि एक सवर्ण समाज की कायस्थ परिवार की बच्ची पर सितम ढाया गया है। यह समाज ना विरोध करने के लिए रेल की पटरी तोड़ते है और ना ही धरना प्रदर्शन में एक्सपर्ट हैं। इसलिए यह समाज शिष्टाचार में लिपी पुती है और कौम एकता के अभाव में हर जुर्म खामोशी से सहने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस घटना का तीव्र विरोध होना चाहिए। जीकेसी न सिर्फ ऐसी घटनाओं की निंदा करती है बल्कि यह मांग भी करती है कि प्रशासन जल्द से जल्द कठोर कार्यवाही करे। विरोध जताने के लिए जीकेसी की सभी प्रदेश, प्रकोष्ठ, जिला इकाइयों से आग्रह किया है कि जीकेसी का बैनर लेकर कैंडल मार्च, धरना, प्रदर्शन के माध्यमों से अपना रोष प्रकट करें। यह रोष प्रदर्शन सभी जगह शुरू हो गया है।
दीपक अभिषेक ने कहा कि आनन्या श्रीवास्तव के माता रुचि श्रीवास्तव और पिता संजीव श्रीवास्तव ने बताया है कि घटना शुक्रवार (26-5-23) की सुबह 08:30 से 09:50 बजे के बीच की है और सिर्फ स्कूल प्रशासन के कारण ही यह हत्या हुई है। उनका कहना है कि ग्रीष्मावकाश में छात्रा को विद्यालय में क्यों बुलाया गया? हादसे की सूचना पुलिस को क्यों स्कूल प्रशासन ने क्यों नहीं दी? छात्रा उनके साथ कमरे से रोते हुए क्यों निकली? स्कूल प्रशासन पहले छात्रा के झूले से गिरकर घायल होने की बात क्यों कही? बच्ची झूले से गिरी लेकिन बच्ची छत से गिरती हुई कैमरे में कैसे दिखी? 10मिनट तक बच्ची तड़पती रही, लेकिन कोई उसे उठाने क्यों नही आया? इन सभी प्रश्नों के साथ मांग किया है कि आनन्या श्रीवास्तव को इंसाफ दिलाने में मदद करने का अनुरोध किया है।
दीपक अभिषेक ने कहा कि आनन्या श्रीवास्तव की हत्या को लेकर पूरे देश में जीकेसी ने स्कूल और प्रशासन के विरुद्ध गोलबंद होकर विरोध शुरू कर दिया है। कैंट पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीनों को आरोपी बनाया है। पोस्टमार्टम में कुकर्म की पुष्टि हुई है। स्कूल के प्राचार्य रश्मि भाटिया, स्कूल प्रबंधक बृजेश यादव और स्कूल के खेल शिक्षक अभिषेक कनौजिया पर सामूहिक कुकर्म, हत्या समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन की ओर से यह कहा गया था कि संस्थान की पत्रिका में आनन्या श्रीवास्तव की कविता छपनी थी, इसलिए उसे बुलाया गया था। कुछ अन्य छात्र भी स्कूल आए थे। छात्रा स्कूल में प्रधानाचार्य से मिली। करीब आधा घंटे की मुलाकात के बाद वह छत पर चली गई। वहां से वह नीचे कैसे गिरी इस बारे में वे कुछ नहीं बता रहे। जबकि इसके पहले के बयान में झूले से गिरकर चोट के दावे किए गए थे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट मेंबताया गया है कि ऊंचाई से गिरने के कारण छात्रा के शरीर के कई हिस्सों में गहरी चोट है। इन चोटों से उसकी मौत हो गई है। कुछ अन्य बातों की पुष्टि के लिए कुछ नमूने लिए गए हैं। उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। घटना की बारीकी से जांच की जा रही है।
उक्त अवसर पर कैंडिल मार्च में दीपक अभिषेक, राकेश सिन्हा उर्फ संजू, सुशील श्रीवास्तव, धनंजय प्रसाद, बलराम श्रीवास्तव सहित अन्य लोग शामिल थे।
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