गौनाहा प्रखण्ड ने महुई पँचायत के बलुआ गांव के शंकर महतो का पुत्र 33 वर्षीय आर्मी पुत्र दिवाकर महतो देश के लिए शहीद हो गये। शहीद दिवाकर महतो का आर्मी भाई ज्ञानचंद महतो ने बताया कि मेरा भाई जम्भू कश्मीर में पोस्टेड था, 14 अप्रैल को वह भारतीय सीमा पर तैनात था। इसी क्रम में मेरे भाई को दुश्मन की गोली लग गई और वह सदा के लिए शहीद हो गया। उन्होंने बताया कि वह अपने पीछे पत्नी फूल कुमारी देवी और एक दो माह का पुत्र दर्शन कुमार को छोड़ गया है। उन्होंने बताया कि हम तीन भाई थे , शहीद दिवाकर महतो और मैं आर्मी में थे , जो देश के लिए शहीद हो गया और एक भाई रजनीश महतो बचा